Harit Kranti Krishonnati Yojana: हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना 2024

आइये दोस्तों आज हम बात करते है Harit Kranti Krishonnati Yojana क्या है एवं हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना 2024 में ऑनलाइन अप्लाई कैसे करें | छतरी योजना | Harit Kranti Krishonnati Yojana से हमें क्या-क्या  लाभ मिलने वाले है हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना में आवेदन करने के लिए क्या-क्या दस्तावेज की जरूत पड़ती है। छतरी योजना में क्या-क्या योजनाए है। इस योजना की पात्रता क्या-क्या है Harit Kranti Krishonnati Yojana का हेल्पलाइन नम्बर क्या है। इसके वारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करने वाले है।  

JOIN
Contents hide
3 हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना 2024

हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना के उद्देश्य 

हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना 2024 | छतरी योजना को दूसरी पंचवर्षीय योजना के तहत भारत में भुखमरी की समस्या और आर्थिक स्थिति को दूर करने के लिए हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना सरकार ने लागू की है इस छतरी योजना में ग्रामीण विकास ,कृषि का आधुनिकरण,कच्चे माल वाले नागरिक शामिल थे छतरी योजना में कृषि और ओधोगिक दोनों छेत्रो के नागरिको को रोजगार देना है जिससे जो गरीब नागरिक है वो अपना जीवन यापन सही तरीके से बिता सके और इस हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना 2022 | छतरी योजना में स्वस्थ पौधों को खेतो में लगाना जिससे खराब जलवायु और रोगो का सामना कर सके इस छतरी योजना से किसानों को सही तरीके से खेती वाड़ी करना आ सकता है 

छतरी योजना परिचय 

  • हरित क्रांति सन 1960 में नार्मन बोरलाँग द्वारा शुरू किया गया एक प्रयास था इनको विश्व में हरित क्रांति कृषि उन्नति के जनक सुब्रमण्यम कहा जाता है एम एस स्वामीनाथन एक जाने माने वनस्पति विज्ञानी थे  
  • सन 1970 में नॉर्मन बोरलाँग को उच्च उपच देने वाली किस्मों का सही नर्माण करने के लिए उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था 
  • भारत में हरित क्रांति कृषि उन्नति का सही रूप से एम एस स्वामीनाथन द्वारा निर्माण किया गया था 
  • हरित क्रांति के द्वारा गेहू और चावल के उत्पादन में भारी वृद्धि हुई जिसकी शुरुआत 20 वी शताव्दी में विकासशील देशो में नय उच्च उपच देने वाले किस्म के बीजो के द्वारा हुई

हरित क्रांति मूल तत्व 

  • हरित क्रांति से कृषि क्षेत्र का विस्तार में बर्ष 1947 से कृषि योग्य भूमि के क्षेत्रफल को विस्तार किया गया था परतु यह खाद्दान की बढ़ती मंग को पूरा नहीं कर सके 
  • हरित क्रांति ने कृषि भूमि के लिए बहुत सहायता की है 
  • पहले सभी नागरिक एक फसल प्राप्त करते थे परतु हरित क्रांति के चलते विशेषकर गेहूँ और चावल के उत्पादन में भारी वृद्धि हुई 
  • हरित क्रांति के दूसरे चरण में जल की समस्या के लिए बड़ी सिचाई परियोजनाएँ शुरू की गई और छतरी योजना में बांधो का भी निर्माण किया गया था 
  • हरित क्रांति द्वारा अधिक उपज देने वाले बीज में मुख्य रूप से चावल, गेहू, मक्का, बाजरा, के बीजो की नई सुरुवात की गई थी 

हरित क्रांति में महत्वपूर्ण फसले 

  • हरित क्रांति की मुख्य फसले मक्का, गेहू, बाजरा, चावल है 
  • हरित क्रांति योजना में गेहू कई बर्षो तक मुख्य आधार बना  है 
  • हरित क्रांति में गैर खद्दानि फसलों को नई रणनीति से दूर रखा गया था 

हरित क्रांति के सकारात्मक बिंदु 

  • हरित क्रांति से फसल उत्पादन में बहुत ही वृद्धि हुई जैसे 1978-79 में 131 मिलियन टन अनाज का उत्पादन हुआ था जिससे भारत विश्व के सबसे बड़े कृषि उत्पादन देश के रूप में स्थापित हो गया 
  • हरित क्रांति योजना से भारत खाद्दान में आत्मनिर्भर हो गया था खाद्दान की प्रति शुद्ध उपलब्ध्ता में काफी वृद्धि हुई थी 
  • हरित क्रांति योजना से भारत के किसानो को आय के स्तर में बढ़ोतरी हुई है और किसानो के लिए बीज, मशीन, उर्वरक आदि में बड़ी मात्रा में निवेश करने से बहुत लाभ प्राप्त हुआ है 
  • हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना को औद्दोगिक विकास में बड़े पैमाने पर कृषि मशीनीकरण को बहुत ही बढ़ावा दिया है 
  • हरित क्रांति योजना से रसायनिक उवर्रको, कीटनाशकों आदि की मांग में बहुत वृद्धि हुई है 
  • हरित क्रांति कृषि योजना से ग्रामीण रोजगार ओधोगिक श्रमिकों के लिए भी कारखानों और पनबिजली स्टेशनो जैसी सुविधाओं का निर्माण भी किया गया है 

छतरी योजना का बजट 

  • हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना भारत सरकार  द्वारा तैयार की गई योजन है इस योजना का बजट 33269.976 करोड़ रूपये है 

हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना 2024

 हरित क्रांति को सन 2005 में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए लागू किया गया है इसमें सरकार का कहना है की इस योजना से हमारे किसान भाइयो की आय बढ़ेगी और कृषि समंध क्षेत्र में अधिक जानकारी बढ़ेगी खेती को वैज्ञानिक तरीके से विकसित कर सकेंगे गे फसलों के उत्पादन  फसलों के मंडीकरण की सारी सुविधाएं किसानों तक पहुंचाई जाएगी  हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना 2022 | छतरी योजना | Harit Kranti Krishonnati Yojana  के तहत 11 योजनाएं और मिशन शामिल है 

 

क्र ०  योजनाएं 
1      एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH)
राष्ट्रीय खाद्द सुरक्षा मिशन  (NFSM)
राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन (NMSA)
कृषि विस्तार का प्रस्तुतिकरण (SMAE)
बीज और पौधरोपण सामग्री पर उप मिशन (SMSP)
कृषि मशीनीकरण पर उप-मिशन (SMAM)
पौध संरक्षण एवं पौध संगोरधक से संबधित उप मिशन (SMPPQ) 
कृषि जनगणना अर्थशास्त्र और सांख्यिकी पर एकीकृत योजना (ISACES) 
कृषि सहयोग पर एकीकृत योजना (ISAC)
10  कृषि विपणन पर एकीकृत योजना (ISAM)
11  कृषि में राष्ट्रीय ई-गवर्नेस योजना (NeGP-A)

 

1.एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH)

एकीकृत बागवानी विकास मिशन में सरकार द्वारा 2250 करोड़ रूपये आवटित किये है बागवानी कृषि में फलों , सब्जियों और पौधो आते है बागवानी कृषि की के जनक एम एच मेरिगोडा को कहा जाता है इस योजना को सन 2014-2015 से लागू किया गया है  इस योजना में सरकार 7533. 03 करोड़ रूपये खर्च करेगी 
 

 2.राष्ट्रीय खाद्द सुरक्षा मिशन  (NFSM)

राष्ट्रीय खाद्द सुरक्षा मिशन  (NFSM) का मुख्य उद्देश्य है कि सही तरीके से जीवन जीने के लिए लोगो को वहनीय मूल्यों पर अच्छी खाद्दान की पर्याप्त मात्रा को उपलब्ध करते हुए खाद्द और पोषण सुरक्षा तैयार करना है इसको सन 2013 में लागू कर दिया था इस योजना में सरकार 6893. 38 करोड़ रूपये खर्च करेगी 
 

3.राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन (NMSA)

इसमें कृषि के लिए राष्ट्रीय मिशन का लक्ष्य है की मिट्टी स्वास्थ्य प्रबधन ,संसांधन सरक्षण ,और टिकाऊ कृषि की तकनिकी की मदद से सतत कृषि को अधिक मान है सरकार द्वारा इसके लिए 3980. 82 करोड़ रूपये खर्च करने के लिए कहा गया है 
 

4.कृषि विस्तार का प्रस्तुतिकरण (SMAE)

इस योजना का उद्देश्य है खाद्द्य और पोषण सुरक्षा करना,और आर्थिक समस्या और किसानो का सामाजिक राज्य सरकारों और स्थानीय निकायों को मजबूत करना है और मानव संसाधन विकास को समर्थन देना जिससे भारत सरकार में किसानों को आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके इस योजना के लिए भारत सरकार 2961.26 रूपये खर्च करेगी 
 

 5. बीज और पौधरोपण सामग्री पर उप मिशन (SMSP)

 इस योजना के चलते सरकार का लक्ष्य यह है कि सर्टिफाइड ओट क्वालिटी के उत्पाद को देश में बढ़ावा देना है जिससे खेत में लगाये गये बीजों को समय समय पर अपडेट करना है जिससे हमारी खेती सही तरीके से उपज सके और बीज उत्पादन भंडारण और क्वालटी स्टीफ़ेकेशन की सभी जानकारी इस योजना के तहत रहती है इस योजना लिए भारत  सरकार ने 920. 6 करोड़ रूपये खर्च करना है 
 

5.कृषि मशीनीकरण पर उप-मिशन (SMAM)

इस योजना के तहत सभी छोटे छोटे किसानो के लिए मशीन प्रदान करना है जिससे हमारे देश में सभी जगह पर अच्छी अच्छी  खेती हो सके इसके आलावा मशीनीकरण को उन क्षेत्रो तक भी ले जाना जहां कृषि शक्ति उपलब्धता कम है जिससे वह पर भी बहुत अच्छी  खेती होगी और हाई-टेक और उच्च मूल्य वाले कृषि उपकरणों का निर्माण करेगी इस योजना के लिए सरकार ने 3250 करोड़ खर्च करने  दिया है 
 

6.पौध संरक्षण एवं पौध संगोरधक से संबधित उप मिशन (SMPPQ)

इस योजना से फसलों पर लग जाने वाले कीटाणु और कीड़े से होने वाले नुकसान को कम कर रही है और इन कीड़ो अनचाहे पौधो की वजह से फसलों में होने वाली बीमारयों से बचाती है और इस योजना से भारत सरकार वैश्विक बाजारों में निर्यात को सुविधाजनक बनाना चाहती है ताकि किसी भी चीज का निर्यात किया जा सके इस योजना के तहत 1022.67 करोड़ रूपये खर्च करने को कहा है 
 

7. कृषि जनगणना अर्थशास्त्र और सांख्यिकी पर एकीकृत योजना (ISACES)

इस योजना का उद्देश्य है कृषि जनगणना पर प्रमुख खेती में लग रही लागत का देखना है इस योजना में फसल बोने से लेकर काटने तक सभी जानकारी इस योजना के पास होती है इसमें अर्थशास्त्री ,कृषि वैज्ञानिक द्वारा किया जाने वाले सम्मेलन में फंड भी दिया जाता है इस योजना के तहत 730. 58 करोड़ बजट दिया गया है 
 

9.कृषि सहयोग पर एकीकृत योजना (ISAC)

इस योजना का उद्देश्य है की किसानो को उनके कपास के लिए सही तरीके से कपास दिलवाना और किसानो की आर्थिक स्थिति में भी मदद दिलवाना है कृषि विपरण और भण्डारण कम्पूटरीकरण में विकास में तेजी लाना है इस योजना के लिए 1902. 636 करोड़ रूपये का बजट तैयार किया गया है 
 

10.कृषि विपणन पर एकीकृत योजना (ISAM)

इस योजना का उद्देश्य है एग्रीकल्चर, मार्केटिंग का विकास बढ़ाना है और गेर्डिग , स्टड़रजेशन , और कृषि उपजे गुडवत्ता की सुविधा प्रदान है इस योजना से मार्केटिंग भी ऑनलाइन कर सकते है और घर बैठे अपने किसानो को बीज या दवाई भी भेज सकते है इसमें सरकार द्वारा 3863. 93 करोड़ रूपये का बजट किया गया है 
 

11.कृषि में राष्ट्रीय ई-गवर्नेस योजना (NeGP-A)

इस योजना का लक्ष्य कई तरह के कार्यक्रमों के अंतगर्त किसानो के लिए केन्दीयता और सेवा को लाना है किसानो की सेवाओं में सुधार ,और केंद्र और राज्य की मौजूदा आईसीटी पहल को बढ़ावा और एकीकृत करना है और इसके आलावा कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानो को जानकारी प्रदान करना है इस योजना के तहत सरकार ने 211. 06 करोड़ रूपये का बजट दिया है 

हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना हेल्पलाइन नम्बर 

हेल्पलाइन नम्बर :-  1800-180-1551

हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना स्कीम 

नाम  जानकारी 
योजना  हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना
कुल योजनाए  11 योजनाएँ 
किसके द्वारा  केंद्र सरकार 
बजट  33269. 976 करोड़ 
लाभार्थी  कृषि क्षेत्र 
कब लागू  1966-67 

Conclusion 

हेलो दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से हमने Harit Kranti Krishonnati Yojana के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की है आप लोगों को यह जानकारी महत्वपूर्ण लगी होगी। तो आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जिससे उन लोगों को भी Harit Kranti Krishonnati Yojana के बारे में जानकारी प्राप्त हो और वह लोग भी इस आर्टिकल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करके इस योजना का लाभ उठा सकें।

ये भी पढ़े :- Ashraya Yojana Application Form 

FAQ हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना

 
Q 1. हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना में कितनी योजनाए है। 
An. हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना में 11 योजनाए है। 
 
Q 2. हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना से क्या लाभ है। 
An. हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना से हमारे खेतों में सही तरीके से गेहू और चावल मक्का ,बाजरा फसल सही होती है। 
 
Q 3. हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना किसने लागू की थी। 
An. हरित क्रांति कृषि उन्नति योजना नार्मन बोरलाँग ने लागू की थी। 

Leave a Comment